दुर्ग । छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां मामूली सी कहासुनी ने खूनी रूप ले लिया। उतई थाना क्षेत्र के जोरातराई गांव में सोमवार को कुछ लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया, वो भी घर में घुसकर। पूरा मामला 11 मई की दोपहर करीब 2:20 बजे का है। प्रार्थी रंजीत सिंह अपने घर पर था, तभी गांव के ही चंदन कुमार उड़िया और सुरेन्द्र बाग गली में खड़े होकर गाली-गलौज करने लगे। जब रंजीत ने उन्हें टोका, तो बात बढ़ गई। दोनों ने मिलकर कहा – “समझाने वाले तुम कौन होते हो?” और फिर चंदन ने पास ही रखा चाकू निकालकर पेट पर वार करने की कोशिश की। रंजीत ने हाथ से बचाव किया, जिससे उसकी हथेलियां गंभीर रूप से जख्मी हो गईं। इतना ही नहीं, सुरेन्द्र ने भी पीछे से रंजीत के सिर पर धारदार चाकू से तीन बार वार किया। हालत बिगड़ते देख रंजीत की पत्नी माधुरी और संतोषी उसे अंदर ले गईं। लेकिन मामला यहीं नहीं रुका। थोड़ी देर बाद चंदन और सुरेन्द्र अपने साथी हिमांश कुर्रे और कुछ अन्य लोगों के साथ वापस आए और घर में घुसकर रंजीत पर डंडा और मुक्कों से हमला कर दिया। इस हमले में उसकी पीठ और दाहिनी आंख के ऊपर गंभीर चोट आई। पुलिस ने मामला गंभीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज की। आरोपियों के खिलाफ धारा 109, 118(1), 332(बी), 3(5) BNS और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ। तत्परता से कार्रवाई करते हुए उतई थाना पुलिस ने जोरातराई इलाके में घेराबंदी कर चंदन, सुरेन्द्र और हिमांशु को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने उनके पास से दो धारदार चाकू और एक डंडा भी जब्त किया है। सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस पूरी कार्रवाई में उतई थाना प्रभारी निरीक्षक विपिन रंगारी और उनकी टीम की भूमिका बेहद सराहनीय रही। उन्होंने तेज़ी से कार्रवाई कर इलाके में फिर से शांति बहाल की।
गिरफ्तार आरोपी -
- चंदन कुमार उड़िया
- हिमांशु कुर्रे
- सुरेन्द्र बाघ