
इस अचानक हुए हमले में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया और 15 आम नागरिकों की जान चली गई। इसके अलावा 43 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
भारतीय सेना ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग और मोर्टार हमले अचानक शुरू हुए, लेकिन सेना ने पूरी ताकत से जवाब दिया। मौजूदा हालात को देखते हुए पूरे इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और तनाव का माहौल बना हुआ है।
अब बात करते हैं उन मासूम लोगों की, जो इस हमले में अपनी जान गंवा बैठे। इनमें पुंछ जिले के रहने वाले 10 साल के मोहम्मद जैन, 7 साल की मरियम खातून, 13 साल का विहान भार्गव, और 12 साल की जोया खान जैसे बच्चे भी शामिल हैं। साथ ही रूबी कौर, अमरजीत सिंह, रंजीत सिंह और अमरीक सिंह जैसे कई बड़े भी इस हमले का शिकार हुए।
पाकिस्तान की इस नापाक हरकत में न सिर्फ जानें गईं, बल्कि कई घर और गाड़ियां भी तबाह हो गईं। भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में मनकोट, कृष्णा घाटी, शाहपुर, लाम, मंजाकोट और गंभीर ब्राह्मणा जैसे इलाकों में पाकिस्तानी पोस्ट्स पर निशाना साधा।
सरकारी स्तर पर भी कई फैसले लिए गए हैं। जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों में सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं, जम्मू एयरपोर्ट को भी अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।