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डॉ. अशोक कुमार पंडा बने SAIL के नए निदेशक (वित्त) – जानिए उनके अनुभव और योगदान की पूरी कहानी |
नई दिल्ली । डॉ. अशोक कुमार पंडा ने 30 अप्रैल 2025 को स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के निदेशक (वित्त) के तौर पर अपना नया कार्यभार संभाल लिया है। ये वही डॉ. पंडा हैं जिन्होंने 1992 में एक मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर SAIL में कदम रखा था, और अब उसी कंपनी के टॉप फाइनेंस पोजिशन तक पहुंच चुके हैं। उनका करियर किसी इंस्पिरेशन से कम नहीं है। अलग-अलग प्लांट्स और यूनिट्स में काम करते हुए उन्होंने सिर्फ अकाउंटिंग या बजटिंग ही नहीं, बल्कि बिजनेस प्लानिंग, टैक्सेशन, स्ट्रैटेजिक मैनेजमेंट जैसे हर पहलू में खुद को एक्सपर्ट साबित किया है। डॉ. पंडा को उनके proactive नजरिए और फाइनेंशियल व टेक्निकल नॉलेज के लिए जाना जाता है। उन्होंने कंपनी की वित्तीय हालत सुधारने में कई बड़े कदम उठाए हैं – जैसे कि डिलेवरेजिंग, लागत में कटौती, रेलवे फ्रेट की नई रणनीति, प्रॉपर्टी सेल पॉलिसी, टैक्स ऑप्टिमाइजेशन, और डिजिटल इनवॉइसिंग जैसे बदलाव। इतना ही नहीं, उन्होंने SAIL की अलग-अलग यूनिट्स में ई-इनवॉइसिंग जैसे डिजिटल टूल्स को लागू करवाकर ट्रांसपेरेंसी और एफिशिएंसी बढ़ाई है। SAIL के ज्वाइंट वेंचर्स और सब्सिडियरी कंपनियों के बोर्ड में बतौर डायरेक्टर उनकी भूमिका ने कंपनी के फाइनेंशियल सिस्टम को और मजबूत किया है। वो सिर्फ फाइनेंस ही नहीं, बल्कि माइनिंग, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और प्लांट ऑपरेशन्स जैसे क्षेत्रों में भी एक्टिव रहे हैं। उनके इसी वर्सेटाइल योगदान के चलते उन्हें 'जवाहर अवार्ड – 2012' से नवाजा गया था। इतना ही नहीं, 'चेयरमैन ट्रॉफी फॉर यंग मैनेजर्स' में वो रनर-अप भी रह चुके हैं। ट्रेनिंग्स और प्रोफेशनल विज़िट्स के लिए उन्होंने देश-विदेश का काफी दौरा किया है और कई टॉप संस्थानों से ट्रेनिंग भी ली है। अब जबकि SAIL खुद को एक मॉडर्न और इनोवेटिव स्टील कंपनी के रूप में आगे बढ़ा रहा है, डॉ. पंडा का लीडरशिप रोल कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी और कंपटीटिवनेस को नई ऊंचाई देगा।